सुरुचि सिंह ने आईएसएसएफ विश्व कप में स्वर्ण पदक जीतकर दोहरी ओलंपिक पदक विजेता मनु भाकर को चौंका दिया | Hum Hindustani

Suruchi singh stuns double olympic medallist Manu Bhaker
Hum Hindustani: ISSF वर्ल्ड कप 2025 के पेरू के लीमा में आयोजित दूसरे चरण में भारत की युवा निशानेबाज सुरुचि सिंह ने एक बार फिर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में उन्होंने दो बार की ओलंपिक पदक विजेता मनु भाकर को हराकर लगातार दूसरा स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया।

प्रतियोगिता का अवलोकन

लीमा के लास पालमास शूटिंग रेंज में आयोजित इस प्रतियोगिता में भारत ने पहले ही दिन तीन पदक जीतकर शानदार शुरुआत की। महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में सुरुचि सिंह ने स्वर्ण, मनु भाकर ने रजत, और पुरुषों की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में सौरभ चौधरी ने कांस्य पदक जीतकर भारत को पदक तालिका में शीर्ष स्थान दिलाया।

सुरुचि सिंह का प्रदर्शन

18 वर्षीय सुरुचि सिंह ने फाइनल में 243.6 अंकों के साथ स्वर्ण पदक जीता, जबकि मनु भाकर ने 242.3 अंकों के साथ रजत पदक हासिल किया। चीन की याओ कियानशुन ने कांस्य पदक जीता। सुरुचि ने क्वालिफिकेशन राउंड में 582 अंकों के साथ दूसरा स्थान प्राप्त किया था, जबकि मनु भाकर ने 578 अंकों के साथ चौथा स्थान हासिल किया था।

मनु भाकर की प्रतिक्रिया

मनु भाकर ने अपने प्रदर्शन पर संतोष व्यक्त करते हुए सुरुचि की प्रशंसा की। उन्होंने कहा, "यह देखकर खुशी होती है कि युवा भारतीय निशानेबाज अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। सुरुचि ने ब्यूनस आयर्स और अब लीमा में शानदार प्रदर्शन किया है। मैं उम्मीद करती हूं कि यह सिलसिला लंबे समय तक जारी रहेगा।"

अन्य भारतीय निशानेबाजों का प्रदर्शन

महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में अन्य भारतीय निशानेबाज सुरभि राव और सिमरनप्रीत कौर ब्रार ने क्रमशः 577 और 576 अंक हासिल किए, लेकिन वे फाइनल के लिए क्वालिफाई नहीं कर सकीं।

पुरुषों की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा

पुरुषों की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में सौरभ चौधरी ने 219.1 अंकों के साथ कांस्य पदक जीता। यह उनका दो वर्षों में पहला व्यक्तिगत ISSF पदक है। चीन के हू काई ने 246.4 अंकों के साथ स्वर्ण पदक जीता, जबकि ब्राजील के फेलिपे अल्मेडा वू ने 241.0 अंकों के साथ रजत पदक हासिल किया।

सुरुचि सिंह की यह उपलब्धि भारतीय निशानेबाजी के लिए एक प्रेरणा है। उनका प्रदर्शन दर्शाता है कि भारत में युवा प्रतिभाएं उभर रही हैं और अंतरराष्ट्रीय मंच पर देश का नाम रोशन कर रही हैं। मनु भाकर जैसी अनुभवी निशानेबाजों के साथ प्रतिस्पर्धा में जीत हासिल करना सुरुचि की मानसिक दृढ़ता और तकनीकी कौशल का प्रमाण है।

इस प्रकार, ISSF वर्ल्ड कप 2025 में भारत की युवा निशानेबाजों ने अपने शानदार प्रदर्शन से देश को गर्वित किया है। आशा है कि यह सफलता भविष्य में भी जारी रहेगी और भारतीय निशानेबाजी को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएगी।

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